Dr Ranjit Kumar Singh IAS

समय का महत्व

हमारी जिंदगी छोटे -छोटे समय के भागों में बटीं  हुई है ,हमारी जिंदगी में कई दिन ,कई घंटे ,कई मिनट  और  कई सेकंड होते है.परन्तु कुछ लोग इसी समय में उस मुकाम को हासिल कर  जाते  है ,जिसकी उन्हें  चाह होती है  वे समय का दुरूपयोग करते है और अपने जीवन में सफल हो जाते है।एक गांव में एक आदमी रहता था ,उसके घर में उसकी पत्नी और उसकी एक बेटी और एक छोटा बेटा था। उसकी पत्नी दूसरों के घर में काम करके अपने परिवार का खर्च  चलाती थी ,उसका पति जिसका नाम रामू था. राम दिन भर नशे में डूबा रहता था और दूसरों के साथ अपना समय बर्बाद किया करता था। कहीं इधर ताश के पत्ते खेलता  दिखता था तो कहीं उधर लोगों के दरवाजे बैठकर गपशप मारा करता था। अपने परिवार का ख्याल उसे बिलकुल नहीं था।
उसके माता -पिता ने उसकी शादी करा कर गलती कर दी थी। बेचारी उसकी पत्नी दिन रात काम कर अपने बच्चों  का पेट पालती थी। यदि उसकी पत्नी एक भी दिन काम पर न जाए तो उसके बच्चे भूखे रह जाते थे। इसीलिए उसकी पत्नी प्रत्येक दिन दूसरों के वहां काम करती थी।
इसके कारण कोई भी गाँव का सदस्य इससे इस विषय में बात ही नहीं करता था। वह सुबह खाकर निकल जाता था और रात में शराब पीकर आता और अपनी बीवी के ऊपर गुस्सा करता था ,ऐसे ही कुछ दिनों तक चलता रहा।  कुछ दिनों बाद संसार में एक ऐसी बीमारी ने जन्म लिया ,जो मानव जाती के लिए अत्यधिक खतरनाक थी। चारों तरफ उस बीमारी  का कहर था।मै  कोरोना की बात कर रहा हु।
अब रामू  का परिवार भूखा मरने लगा था। क्योकि उसकी  पत्नी जो रोज कमाने जाती थी ,वह अब किसी के घर इसी कारण  नहीं  पाती  थी की इस बीमारी  वजह मै न हो जाऊ ,लोग उसे अब काम पर बुलाना बंद कर दिए थे। उसके परिवार में अनाज का एक दाना भी नहीं  था  ना उसके घर में कुछ पैसे भी नहीं थे।उसका बच्चा  भी  था। रामू  अत्यधिक परेशान था। अब करें तो भी क्या करे। वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकता था। एक दिन बीत गया ,उसके बेटे की  तबीयत और ज्यादा  ख़राब हो गई। तभी किसी तरह उसकी पत्नी  जहां काम करती थी ,वहां से कुछ पैसे जुटा कर  लाई और अब रामू अपने बच्चे को हॉस्पिटल ले जाने की तैयारी की। रामू अपने बच्चे को लेकर गांव के बाहर एक अस्पताल में पहुंचा। रामू दौड़ता हुआ डॉक्टर के पास गया ,उसने कहा  मेरे बच्चे को बच्चा लीजिए। डॉक्टर  इंस्ट्रूमेंट लगाकर कर चेक किया तब उसका  बेटा  मर चूका था।

 

 The two most powerful warriors are patience and time. – Leo Tolstoy, War and Peace.

 

डॉक्टर ने यह बात रामू से कहां यदि तुम अपने बच्चे को 10 -15 घंटे पहले ले आते तो मैं  तुम्हारे बच्चे को बचा लेता। मुझे बहुत दुखी होकर कहना पद रहा है कि  मैं तुम्हारे बच्चे को बचा सका।  रामू यह  बात सुन कर रामू  पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई वह  रोने लगा। वह कहने लगा यह सब मेरी गलती है मैंने जीवन में कुछ नहीं किया ,सिर्फ अपना समय को बर्बाद किया है। यदि आज मेरे पास मेरे पैसे होते  तो मैं अपने बेटे को हॉस्पिटल जल्दी ला पाता और मेरा बेटा  बच जाता। मैंने अपने जीवन में समय को बर्बाद किया है ,लेकिन आज मुझे समय की अहमियत पता चल गयी है।

इस कहानी से यह  शिक्षा मिलती है कि हमे  अपने समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए ,उसका सदुपयोग करना चाहिए। तभी हमें अपने जीवन में सफलता मिल सकती है।

 

 

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